मनिया थाना क्षेत्र के गडाइच गांव में तीन युवकों को रस्सियों से बांधकर की गई मारपीट के वीडियो जिले भर में सोशल मीडिया के तमाम बैनरों पर तेजी से वायरल हो रहे हैं।
पुरानी दुश्मनी का बदला लेने गए तीन युवकों को ग्रामीणों ने रस्सियों से बोरवेल के पाइप और बिजली के खंभे से बांधकर पीटा। इस दौरान सूचना पर तीनों युवकों को पकड़ने गई पुलिस भी मौके पर तमाशा देखती रही। पिटाई के बाद ग्रामीणों के चंगुल से तीनों युवकों को मुक्त कराकर पुलिस ने कोर्ट में भी पेश किया। घटना 12 जून की बताई जा रही है। ग्रामीणों की तालिबानी सजा के वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
मामला मनिया थाना क्षेत्र के गडाइच गांव का बताया जा रहा है। 12 जून को चार युवक अवधेश तिवारी, विजय जोशी, धीरेंद्र उर्फ धीरू और जितेंद्र सिंह कुछ यवकों से पुरानी दुश्मनी का बदला लेने गडाइच गांव गए हुए थे। चारों युवक गांव में चल रही भागवत कथा समारोह में अपने प्रतिद्वंदियों के पास पहुंचे। भागवत कथा समारोह के दौरान ही दोनों पक्षों में झगड़ा हो गया। इस दौरान कथा समारोह में मौजूद सैकड़ों लोगों ने अवधेश तिवारी, विजय जोशी एवं जितेंद्र सिंह को पड़कर रस्सियों से बांध दिया।
धीरेंद्र उर्फ धीरू मौका मिलने पर गांव से भाग गया। पकड़े गए तीनों युवकों की ग्रामीणों ने लात-घूसा और डंडों से जमकर पिटाई की। रस्सियों से बांधकर बेरहमी से यातनाएं दी गईं। मामले की सूचना पाकर स्थानीय मनिया थाना पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंच गई। ग्रामीणों की भीड़ को देख पुलिस भी बैकफुट पर आ गई और ग्रामीण पुलिस के सामने ही तीनों युवकों की मारपीट करते रहे।
ग्रामीणों द्वारा दी जा रही तालिबानी सजा को पुलिस हाथ पर हाथ रख तमाशबीन बनी देखती रही। काफी देर के बाद पुलिस ने ग्रामीणों से समझाइस कर तीनों युवकों को मुक्त कराया। इस दौरान गांव गडाइच निवासी सीताराम पुत्र हरि सिंह ने तीनों युवकों के खिलाफ मनिया पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज कराया। मनिया थाना प्रभारी नरेश शर्मा ने बताया 12 जून को थाना क्षेत्र के गांव गडाइच में झगड़ा एवं फायरिंग की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंच कर पुलिस ने तीन युवकों को हिरासत में लिया था। तत्कालीन समय पर पुलिस ने शांति भंग में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की थी। अनुसंधान के बाद चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया था।